पटना- बिहार की शान:
पटना बिहार की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह भारत के प्राचीनतम शहरों में से एक है और पहले पाटलिपुत्र या पाटलीपट्टन के नाम से जाना जाता था, जो लगभग 600 ईसा पूर्व से पाया गया है। पटना का ऐतिहासिक, धार्मिक और शैक्षणिक महत्व अत्यधिक है। यह गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है और आर्थिक रूप से बिहार का सबसे समृद्ध जिला है।
पटना गंगा नदी के दक्षिणी किनारे पर बसा हुआ है, जो इसे प्राकृतिक सुरक्षा प्रदान करता है। पटना की जनसंख्या लगभग 25 लाख (2023) है। पटना का क्षेत्रफल लगभग 3,202 वर्ग किलोमीटर है, और यह राज्य का सबसे बड़ा जिला हैयहाँ की मुख्य भाषा हिन्दी है और सभी धर्मो के लोग यहाँ रहते हैं। पटना में गंगा के घाट पर छठ पूजा, सावन मेला, दुर्गा पुजा और अन्य पारंपरिक पर्व बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं
यह शहर मौर्य साम्राज्य (322–185 ईसा पूर्व) और गुप्त साम्राज्य (320–550 ईस्वी) की राजधानी रहा है , जहाँ सम्राट अशोक और चंद्रगुप्त मौर्य जैसे महान शासकों ने शासन किया। ऐसा कहा जाता है की अजातशत्रु ने ही पाटलिपुत्र की अस्थापना की और उसे अपनी राजधानी बनाया था, जो वैशाली के लिच्छवियों से संघर्ष में राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था। शेर शाह सूरी को आधुनिक पटना का पुनर्निर्माणकर्ता कहा जाता है। उस समय जब पाटलिपुत्र का ऐतिहासिक महत्व कम हो चुका था। उन्होंने शहर को पटना नाम दिया, जो बाद में पूरे भारत में प्रसिद्ध हुआ और पटना को व्यापार, प्रशासन और सैन्य केंद्र के रूप में विकसित किया और इसे एक संगठित शहर का रूप दिया। 17वीं शताब्दी में अंग्रेजों ने यहाँ व्यापारिक केंद्र स्थापित किया और बक्सर के युद्ध के बाद इसे अपने अधीन कर लिया था ।
पटना आज एक विकसित शहर बन चुका है और इसे पूर्वी भारत का दूसरा सबसे बड़ा शहर माना जाता है। यहाँ पर व्यापार, शिक्षा और औद्योगिक विकास तेजी से हो रहा है। पटना तेजी से आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है। यहाँ कई बुनियादी ढांचे और स्मार्ट सिटी परियोजनाएँ चलाई जा रही हैं।
पटना बिहार का प्रशासनिक केंद्र है, जहाँ पटना उच्च न्यायालय , बिहार पुलिस मुख्यालय और बिहार विधानसभा और सचिवालय स्थित है।