बिहार का इतिहास
बिहार का इतिहास भारत की प्राचीन सभ्यता, शिक्षा, राजनीति, धर्म और स्वतंत्रता संग्राम से गहराई से जुड़ा हुआ है। यह भूमि गौतम बुद्ध, भगवान महावीर, चाणक्य, चंद्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक, आर्यभट्ट और डॉ. राजेंद्र प्रसाद जैसी महान हस्तियों की कर्मभूमि रही है। बिहार को भारत का प्रथम गणराज्य, प्राचीन शिक्षा केंद्र और संघर्ष व क्रांति की भूमि कहा जाता है।
📜 प्राचीन बिहार (वैदिक काल से महाजनपद तक) (1500 ई.पू. – 322 ई.पू.)
✅ ऋग्वैदिक काल (1500 ई.पू. – 600 ई.पू.)
- बिहार को वैदिक काल में “मगध”, “अंग” और “वज्जि” के नाम से जाना जाता था।
- इस काल में बिहार में आर्य सभ्यता का विस्तार हुआ।
- गंगा और सोन नदियों के किनारे कृषि और व्यापार का विकास हुआ।
✅ महाजनपद काल (600 ई.पू. – 322 ई.पू.)
इस काल में बिहार तीन महत्वपूर्ण महाजनपदों का केंद्र था:
1️⃣ मगध (पटना, गया, नालंदा, राजगीर)
- यह भारत का सबसे शक्तिशाली राज्य बना।
- राजगृह (राजगीर) इसकी राजधानी थी।
2️⃣ अंग (भागलपुर, मुंगेर)
- व्यापार और वाणिज्य का केंद्र।
- चंपा (भागलपुर) इस राज्य की राजधानी थी।
3️⃣ वज्जि (वैशाली जिला)
- दुनिया का पहला गणराज्य (Republic)।
- यहाँ की शासन व्यवस्था लोकतांत्रिक थी।
- इस गणराज्य में लिच्छवी राजा शासन करते थे।
🏛️ मगध साम्राज्य (322 ई.पू. – 185 ई.पू.)
(A) मौर्य वंश (322 ई.पू. – 185 ई.पू.)
1️⃣ चंद्रगुप्त मौर्य (322 ई.पू. – 298 ई.पू.)
- चाणक्य की सहायता से पहली बार अखंड भारत की स्थापना की।
- पटना (पाटलिपुत्र) को भारत की राजधानी बनाया।
2️⃣ सम्राट अशोक (269 ई.पू. – 232 ई.पू.)
- कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म को अपनाया।
- बिहार को बौद्ध धर्म का केंद्र बनाया।
- अशोक स्तंभ और शांति स्तूप का निर्माण करवाया।
🏛️ गुप्त साम्राज्य (319 ई. – 550 ई.)
- बिहार इस काल में शिक्षा और संस्कृति का स्वर्ण युग बना।
- इस काल में नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना हुई।
- आर्यभट्ट ने इसी काल में शून्य और दशमलव की खोज की।
🏰 मध्यकालीन बिहार (1206 – 1764 ई.)
✅ मुस्लिम शासन (1206 – 1526 ई.)
- दिल्ली सल्तनत और मुगलों ने बिहार पर शासन किया।
- पटना एक व्यापारिक और प्रशासनिक केंद्र बना।
✅ शेरशाह सूरी (1540 – 1545 ई.)
- शेरशाह सूरी ने पटना को एक प्रमुख प्रशासनिक केंद्र बनाया।
- ग्रांड ट्रंक रोड (GT Road) का निर्माण कराया।
- रुपया (₹) मुद्रा की शुरुआत की।
आधुनिक बिहार (1764 – 1947 ई.)
✅ अंग्रेजों का शासन (1764 – 1947 ई.)
- 1764 – बक्सर का युद्ध हुआ, जिसमें अंग्रेजों ने बंगाल, बिहार और उड़ीसा पर अधिकार कर लिया।
- 1912 में बिहार को बंगाल से अलग कर एक स्वतंत्र प्रांत बनाया गया।
- 1917 में महात्मा गांधी ने चंपारण सत्याग्रह किया, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की महत्वपूर्ण घटना बनी।
✅ बिहार के स्वतंत्रता सेनानी
1️⃣ राजेंद्र प्रसाद – भारत के पहले राष्ट्रपति।
2️⃣ अनुग्रह नारायण सिन्हा – बिहार के विकास में महत्वपूर्ण योगदान।
3️⃣ कुंवर सिंह – 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के नायक।
4️⃣ जगजीवन राम – भारतीय राजनीति में बड़ा योगदान।
📅 स्वतंत्रता के बाद का बिहार (1947 – वर्तमान)
- 1950 में बिहार भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य बना।
- 2000 में बिहार से झारखंड अलग कर एक नया राज्य बनाया गया।
- बिहार ने कृषि, शिक्षा, उद्योग और पर्यटन के क्षेत्र में विकास किया।
🔹 बिहार का योगदान 🔹
✅ बुद्ध और महावीर की भूमि।
✅ दुनिया का पहला गणराज्य (वैशाली)।
✅ भारत का पहला विश्वविद्यालय (नालंदा और विक्रमशिला)।
✅ स्वतंत्रता संग्राम में चंपारण सत्याग्रह।
✅ 1857 की क्रांति में कुंवर सिंह का योगदान।
✅ भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद।
📍 निष्कर्ष
बिहार का इतिहास संस्कृति, राजनीति, शिक्षा और धर्म से भरा हुआ है। प्राचीन काल से लेकर आज तक, बिहार ने भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह राज्य गौतम बुद्ध, भगवान महावीर, चाणक्य, चंद्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक, आर्यभट्ट और महात्मा गांधी जैसी महान हस्तियों की जन्मभूमि रहा है।